रिलायंस पेट्रोल पम्प की जांच करने पहुंची आपूर्ति एवं नापतोल विभाग की टीम

रिलायंस पेट्रोल पम्प की जांच करने पहुंची आपूर्ति एवं नापतोल विभाग की टीम
जांच के दौरान रिकार्ड नही पाया गया मेटीनेंस, स्टाक से ज्यादा मिला पेट्रोल एवं डीजल

छतरपुर। शहर के नौगांव रोड स्थित रिलायंस पेट्रोल पम्प में एक उपभोक्ता को कम पेट्रोल माप में देने और मागने पर पर्ची न देने का मामला पिछले दो दिन से सुर्खियों में है। सोशल मीडिया में यह मामला तेजी से उछलने पर कलेक्टर ने गंभीरता से लिया और रविवार को सहायक आपूर्ति अधिकारी जीतेन्द्र बर्मन और नापतौल निरीक्षक को जांच करने के लिए भेजा। जांच के दौरान टीम ने पाया कि प्रतिदिन का रिकार्ड मेंटेन नहीं किया जा रहा है। सहायक आपूर्ति अधिकारी जीतेन्द्र बर्मन ने बताया कि जांच के दौरान स्टाक से अधिक 153 लीटर पेट्रोल और 170 लीटर डीजल पाया गया है। उन्होंने बताया कि कंपनी की और से एक रजिस्टर दिया जाता है। जिसमें प्रतिदिन का रिकार्ड अपडेट रहना चाहिए लेकिन रिलायंस पेट्रोल पम्प के संचालक द्वारा प्रतिदिन का रिकार्ड अपडेट नहीं किया जा रहा है, जो बड़ी खामी है। उन्होने बताया कि तीन माह पूर्व भी एक शिकायत मिलने पर जांच की गई थी उस दौरान भी पाया गया था कि रिकार्ड अपडेट नहीं है। सहायक आपूर्ति अधिकारी ने बताया कि हम अपनी जांच रिपोर्ट अधिकारियों को सौंप देंगे, और कलेक्टर के माध्यम से नोटिस जारी होगा। नोटिस जारी होने पर उन्हें जबाव देना होगा कि पेट्रोल और डीजल स्टाक से अधिक कैसे पाया गया सहायक आपूर्ति अधिकारी ने यह भी बताया कि शनिवार को भी जांच करने आए थे, लेकिन उस दिन इनका पेट्रोल पम्प ड्राई था और नोजल से पेट्रोल नहीं निकल रहा था। इसलिए आज दूसरे दिन जांच करने के लिए आना पड़ा। पूरा रिकार्ड चैक किया गया है जिसमें पाया गया कि पेट्रोल पम्प संचालक द्वारा प्रतिदिन कितना पेट्रोल बेचा जा रहा है। उसका सही हिसाब किताब नही रखा जा रहा। कहीं न कहीं इसमें भी गड़बड़ी नजर आ रही है।



मीडिया के लोगों से भी किया था अभद्र व्यवहार

मीडिया की टीम भी इसके पहले रिलायंस पेट्रोल पम्प पर पहुंची थी और मीडिया के एक सदस्य ने अपनी बाईक में पेट्रोल भरा कर पर्ची मांगी थी लेकिन कर्मचारियों ने पर्ची देने से इन्कार कर दिया था। यह मामला मौके पर मौजूद पेट्रोल पम्प संचालक संजू अग्रवाल तक पहुंचा था। जिस पर उनके द्वारा मीडिया के सदस्य से भी अभद्र व्यवहार किया गया था और यह वार्तालाप सोशल मीडिया में तेजी से वायरल हुआ। पेट्रोल पम्प संचालक संजू अग्रवाल कमर में लाइसेंसी रिवाल्वर भी टांगे था जिसमें मैगजीन भी लगी हुई थी। आम तौर पर पेट्रोल पम्प में पेट्रोल भराते समय मोबाईल से बात करना तक प्रतिबंधित रहता है। यहां तक की ज्वलनशील पदार्थ भी लेकर कोई नही जा सकता। लेकिन इसके बावजूद भी पेट्रोल पम्प संचालक संजू अग्रवाल अपनी लाइसेंसी रिवाल्वर लिए पेट्रोल पम्प में घूमता रहा और मीडिया के सदस्य से अभद्र व्यवहार भी करता रहा। रविवार को हुई जांच के दौरान काफी संख्या में पत्रकार और ग्राहक पंचायत के सदस्य भी पहुंचे थे। और इन्हीं के सामने पेट्रोल पम्प संचालक के छोटे भाई ने अपने बड़े भाई के कृत्यों की माफी मांगी।

बुलाने पर नहीं आया कंपनी का सैल्समेन -

सहायक आपूर्ति अधिकारी जीतेन्द्र बर्मन से जब मीडिया के लोगों ने पूछां की क्या कंपनी के अधिकारियों से बात की तो उन्होंने बताया कि रिलायंस कंपनी का जो सैल्समेन है। वह सतना में बैठता है और मैं दो दिन से जांच के दौरान लगातार फोन लगा रहा हूं। लेकिन सैल्समेन का एक ही उत्तर मिला की मेरी कोई जबावदारी नही है।

पूर्व की जांच पर पर क्या हुई कार्यवाही -

सहायक आपूर्ति अधिकारी

जीतेन्द्र बर्मन ने यह बात स्वीकार की है कि पूर्व में भी रिलायंस पेट्रोल पम्प की शिकायतें मिली थी जिस पर जांच की गई थी और उस दौरान भी रिकार्ड में गड़बड़ी पाई गई थी। लेकिन जब नोटिस जारी करने और कार्यवाही के संबंध में मीडिया ने सवाल किया तो जीतेन्द्र बर्मन बगले झांकने लगे। और कहा कि मुझे यह नहीं पता की नोटिस जारी हुआ कि नहीं और क्या कार्यवाही हुई थी. देखकर बताऊंगा। आश्चर्यजनक बात तो यह है कि जब पूर्व में सहायक आपूर्ति अधिकारी की रिकार्ड में गड़बड़ी मिली थी तो फिर उन्हें कार्यवाही के बारे में क्यों नहीं पता कहीं। कहीं ऐसा तो नहीं की यह सब जांचे ले देकर निपटा दी जाती हो इसलिए तो पेट्रोल पम्प संचालक इतनी दबंगी के साथ मीडिया के लोगों से अभद्र व्यवहार करता रहा और पर्ची देने से इन्कार करता रहा। लेकिन जैसे ही यह सब सोशल मीडिया में वायरल हुआ तो मशीन से पर्ची भी निकलने लगी और उनकी हेकड़ी भी निकल गई।

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