ग्राम पंचायत पुरमऊ में लाखों रुपए के फर्जी बिल लगाकर हुआ भुगतान
गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए पंचायती राज का गठन किया गया है, ताकि समस्या को गांव के लोग आपस मे मिलकर सुलझा सके और गांवों की छोटी, मोटी समस्या को पंचायत के सरपंच-सचिव, ग्रामवासी मिलकर दूर कर सकें। इसके लिए ग्राम पंचायत में मूलभूत 15वां वित्त व पंचायत को टैक्स वसूली की योजनाओं से पंचायत के खाते में राशि आती हैं जिससे पंचायत आवश्यकता अनुसार खर्च कर यूसकती है लेकिन नौगांव विकासखंड में इस योजना का पैसा विकास के बजाय फर्जी बिल लगाकर किया गया है, जो सरकार व जनता के पैसे को सरपंच, सचिव व संबंधित विभाग में बैठे आला अफसर की मिलीभगत दर्शाता है।
*ग्राम पंचायत मऊपुर में लाखों रुपए के फर्जी बिल वाउचर लगाकर राशि का किया गया भुगतान जिम्मेदार अधिकारी बने मूकदर्शक*
नौगांव विकासखंड के अंतर्गत ग्राम पंचायत मऊपुर में फर्जी बिल लगाकर जनता के पैसे विकास करने के बजाए हजम कर रहे हैं। दरअसल सीमेंट के फर्जी बिल वाउचर लगाकर लाखों रुपए की राशि निकालकर जिम्मेदार मौज उड़ा रहे हैं, जो नियम विरूद्ध है। ग्राम मऊपुर के सरपंच-सचिव के लाखों रुपए के बिल लगाकर किया गया भुगतान अपनी जेब गर्म करने में लगे पंचायत के सचिव सरपंच गांव का सरपंच पंचायत के कर्मियों के द्वारा राशि हड़पने का खेल खेला जा रहा है
*ग्राम पंचायत में सीमेंट बालू गुम्मा फोटोकॉपी आदि*
के नाम पर निकले लाखों रुपए। ग्राम पंचायत में आज भी मूलभूत समस्या बनी हुई है। जिसके समाधान करने के बजाए सरकारी धन का खुला दुरुपयोग सचिव के द्वारा किया जा रहा है। जिस पर कोई भी अंकुश नहीं लगाया जा रहा है। ग्राम पंचायत के सरपंच के द्वारा पंचायती राज अधिनियम को दरकिनार करते हुए अपने नियम पंचायत में चला रहे हैं। पंचायत में व्यय करने के लिए जो राशि आती है वो राशि पंचायत पदाधिकारियों के लिए चारागाह साबित हो रही है। पंचायती राज अधिनियम के सारे नियम कानून को किनारे कर अपना कानून चला रहे कोई भी अंकुश लगाने वाला नहीं हैं।
*ग्राम पंचायत पुरमऊ में एनीकट, ग्रेवियन, खेततालाब, सीसी सड़क आदि के नाम पर हुआ करोड़ों रुपए का भुगतान*
एनीकट, ग्रेवियन, खेत तालाब, कागजों में पूर्ण है लेकिन मौका स्थल से गायब
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